मुंबई, 27 नवंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) क्या आपकी सुबह की कॉफी का समय वाकई आपके काम पर ध्यान केंद्रित करने की क्षमता को प्रभावित करता है? विशेषज्ञ बताते हैं कि कैफीन का अधिकतम लाभ लेने के लिए इसे सही समय पर लेना बेहद जरूरी है, जो आपके शरीर की प्राकृतिक घड़ी (Biological Clock) से जुड़ा हुआ है।
डॉ. अनिकेत मुले, सलाहकार (आंतरिक चिकित्सा), केआईएमएस हॉस्पिटल्स, ठाणे के अनुसार, हमारा शरीर एक प्राकृतिक लय, जिसे सर्केडियन साइकिल (Circadian Cycle) कहते हैं, का पालन करता है। यह लय ही हमारी सतर्कता (Alertness) को नियंत्रित करती है, और इसी के आधार पर कॉफी पीने का सही समय तय होता है।
जागने के तुरंत बाद कॉफी क्यों नहीं?
डॉक्टर मुले बताते हैं कि जागने के तुरंत बाद आपके शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर स्वाभाविक रूप से उच्च होता है। कोर्टिसोल वह हार्मोन है जो ऊर्जा और फोकस को बढ़ाता है।
यदि आप इस दौरान कॉफी पीते हैं, तो कैफीन का लाभ ज्यादा नहीं मिलता, क्योंकि कोर्टिसोल पहले से ही अपना काम कर रहा होता है।
जल्दी कॉफी पीने से घबराहट (Jitteriness) हो सकती है या सुबह के मध्य में ऊर्जा का स्तर अचानक गिर (Mid-morning Crash) सकता है।
फोकस बढ़ाने का सबसे अच्छा समय: 9 से 11 बजे
- विशेषज्ञों के अनुसार, कॉफी पीने का सबसे कुशल समय सुबह 9 बजे से 11 बजे के बीच का है।
- इस समय के दौरान, कोर्टिसोल का स्तर प्राकृतिक रूप से गिरने लगता है।
- जब कोर्टिसोल का स्तर कम होता है, तो आपका मस्तिष्क कैफीन के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाता है।
- इस स्लॉट में कॉफी पीने से आपको स्थिर ऊर्जा, तेज फोकस और बेहतर उत्पादकता मिलती है, जिससे दोपहर की सुस्ती (Afternoon Slump) को रोकने में भी मदद मिलती है।
कॉफी टाइमिंग के लिए ज़रूरी बातें
बेहतर फोकस और अलर्टनेस के लिए कॉफी लेते समय इन बातों का ध्यान रखें:
- उठने के 2-3 घंटे बाद: कॉफी तब सबसे अच्छा काम करती है जब आप जागने के 2 से 3 घंटे बाद इसका सेवन करते हैं, न कि तुरंत बाद।
- खाली पेट से बचें: खाली पेट कॉफी पीने से बचें, इससे एसिडिटी (Acidity) या हल्की घबराहट हो सकती है।
- अंतिम कप का समय: अपनी नींद की गुणवत्ता (Sleep Quality) सुनिश्चित करने के लिए, दोपहर 3 से 4 बजे के बाद कैफीन लेने से बचें।
- संतुलन: केवल कॉफी पर निर्भर न रहें; संतुलित आहार लेना और सुबह पानी पीना भी फोकस बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है।