ताजा खबर
Bisalpur Dam : जयपुर को आज मिली सबसे बड़ी खुशखबरी! बीसलपुर बांध में पानी भरने का आज तक का रिकॉर्ड टूट...   ||    अरविंद केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई : अदालत आबकारी नीति मामले में सीबीआई के खिलाफ दिल्ली के मुख...   ||    सीपीएल 2024: तेजतर्रार निकोलस पूरन ने तोड़ा क्रिस गेल का रिकॉर्ड!   ||    Bengal Bandh Today Live News: बीजेपी का 12 घंटे के लिए बंगाल बंद; सरकारी कर्मचारियों को ममता का निर्...   ||    Janmashtami Vrat Katha: वीडियो में देखें भगवान विष्णु ने आधी रात में क्यों लिया कृष्णावतार, जानें जन...   ||    इस महाराजा ने 50,000 रुपए में खरीदी थी विदेशी बीवी, लेकिन शादी में आई ये अड़चन, यहां पढ़े अजब प्रेम ...   ||    Petrol Diesel Price Today: राजस्थान के इस शहर में आज इतना सस्ता हुआ पेट्रोल और डीजल, आपके यहां क्या ...   ||    पूर्व PM इंदिरा गांधी की रिहाई के लिए प्लेन हाईजैक करने वाले भोलानाथ पांडेय का निधन, जानिए अनसुना कि...   ||    कोलकाता रेप-मर्डर केस-11 दिन बाद AIIMS डॉक्टरों की हड़ताल खत्म:CJI ने कहा था काम पर लौट आएं, राज्य सर...   ||    क्या जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए हाथ मिलाएंगे नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस? राहुल गांधी के दौ...   ||   

महादेव की पूजा में बेलपत्र का महत्व, तोड़ने से पहले भूलकर भी न करें ये गलतियां !

Photo Source :

Posted On:Tuesday, February 21, 2023

शिव पूजा में बेलपत्र का विशेष महत्व है। बेलपत्र के बिना महादेव की पूजा अधूरी मानी जाती है। लोकप्रिय मान्यता के अनुसार भगवान शिव अपने रुद्र अवतार के लिए प्रसिद्ध हैं और बेल पत्र शांत करने में मदद करता है। शिवपुराण के अनुसार सावन के महीने में यदि कोई व्यक्ति महादेव को बेल पत्र चढ़ाता है तो वह एक करोड़ कन्यादान के बराबर होता है। शिव पूजा में बेलपत्र का विशेष महत्व होता है। कुछ महत्वपूर्ण नियम हैं जिन्हें आपको भगवान शिव को अर्पित करने से पहले जानना चाहिए अन्यथा इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

  •      महादेव को हमेशा तीन पत्तों वाला बेलपत्र अर्पित करें। छुट्टी में कोई दाग या क्षति नहीं होनी चाहिए,
  •       शिवलिंग पर कटा हुआ या क्षतिग्रस्त बेलपत्र नहीं चढ़ाना चाहिए।
  •      बेलपत्र को साफ पानी से धोकर शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए। सूखे भाग को ऊपर की ओर रखना चाहिए।
  •      यदि पूजा के समय आपके पास बेलपत्र नहीं है, तो आप अन्य लोगों द्वारा पहले से ही भगवान शिव को चढ़ाए गए बेलपत्र को धोकर फिर से महादेव को अर्पित कर सकते हैं।
  •      महादेव को कम से कम 1 बेलपत्र अर्पित करें। बेलपत्र पर 11, 21, 51, 10 जैसे अंक भी चढ़ाएं तो भी अच्छा माना जाता है।
  •      बेलपत्र लगाने से पहले महादेव का नाम लें। इसे प्लग करने के बाद पेड़ से आशीर्वाद लें।
  •       बेलपत्र को पूरी शाखा के साथ नहीं लगाना चाहिए।
  •      चतुर्थी, अष्टमी, नवमी तिथि, प्रदोष व्रत, शिवरात्रि, अमावस्या और सोमवार को बेलपत्र नहीं लगाएं।


भोपाल और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. Bhopalvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.