सोने की चमक एक बार फिर से निवेशकों और खरीदारों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। सोमवार, 22 दिसंबर 2025 को घरेलू वायदा बाजार (Future Market) में सोने की कीमतों में जबरदस्त उछाल दर्ज किया गया है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने के दाम नए रिकॉर्ड स्तर की ओर बढ़ते दिख रहे हैं, जिसने बाजार में हलचल पैदा कर दी है।
MCX पर सोने की स्थिति
सप्ताह के पहले कारोबारी दिन, एमसीएक्स पर 5 फरवरी 2026 की एक्सपायरी वाला गोल्ड फ्यूचर 1,34,899 रुपये प्रति 10 ग्राम पर खुला। पिछले कारोबारी सत्र में यह 1,34,196 रुपये पर बंद हुआ था। सुबह के शुरुआती कारोबार में ही इसमें तेजी का रुख देखा गया और सुबह लगभग 9:55 बजे तक सोना 1,35,562 रुपये के स्तर पर पहुंच गया, जो पिछले बंद भाव से लगभग 1350 रुपये की बड़ी उछाल है। गौर करने वाली बात यह है कि शुरुआती सत्र में ही इसने 1,35,698 रुपये का उच्च स्तर (High Level) छू लिया।
प्रमुख शहरों में सोने के दाम (प्रति 10 ग्राम)
देश के अलग-अलग हिस्सों में स्थानीय करों और मांग के आधार पर सोने के दाम भिन्न होते हैं। 'गुड रिटर्न' के आंकड़ों के अनुसार, 22 दिसंबर को प्रमुख शहरों के भाव कुछ इस प्रकार हैं:
| शहर |
24 कैरेट (शुद्ध सोना) |
22 कैरेट (जेवराती सोना) |
18 कैरेट |
| चेन्नई |
1,36,150 रुपये |
1,24,800 रुपये |
1,04,200 रुपये |
| लखनऊ |
1,35,430 रुपये |
1,24,050 रुपये |
1,01,610 रुपये |
| अहमदाबाद |
1,35,330 रुपये |
1,24,050 रुपये |
1,01,510 रुपये |
| मुंबई |
1,35,280 रुपये |
1,24,000 रुपये |
1,01,460 रुपये |
| कोलकाता |
1,35,280 रुपये |
1,24,000 रुपये |
1,01,460 रुपये |
| दिल्ली |
1,34,320 रुपये |
1,23,140 रुपये |
1,00,780 रुपये |
क्यों बदलती हैं सोने की कीमतें?
सोने के दाम किसी एक कारण से तय नहीं होते, बल्कि इसके पीछे कई वैश्विक और घरेलू कारक काम करते हैं:
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वैश्विक अनिश्चितता: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यदि राजनीतिक या आर्थिक अस्थिरता बढ़ती है, तो निवेशक सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की ओर रुख करते हैं, जिससे दाम बढ़ते हैं।
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रुपये की चाल: अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना डॉलर में ट्रेड होता है। यदि डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया कमजोर होता है, तो देश में सोने का आयात महंगा हो जाता है और कीमतें बढ़ जाती हैं।
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सरकारी नीतियां: आयात शुल्क (Import Duty) और अन्य टैक्स नीतियों में बदलाव सीधे तौर पर घरेलू बाजार में सोने के भाव को प्रभावित करते हैं।
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मांग और आपूर्ति: शादी-ब्याह और त्योहारों के सीजन में सोने की भौतिक मांग बढ़ जाती है, जो कीमतों में तेजी का एक प्रमुख कारण बनती है।
खरीदारों के लिए सलाह
सोने की कीमतों में चल रहे इस भारी उतार-चढ़ाव के बीच, यदि आप निवेश या गहने खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो खरीदारी से पहले अपने स्थानीय सर्राफा बाजार या विश्वसनीय डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ताजा रेट की पुष्टि अवश्य करें। कीमतों में आ रहे इस बदलाव को देखते हुए सही समय पर लिया गया फैसला आपको वित्तीय नुकसान से बचा सकता है।