कैलिफ़ोर्निया के ओंटेरियो में 21 अक्टूबर को हुई घातक ट्रक दुर्घटना के बाद, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी, भारतीय मूल के ट्रक चालक जशनप्रीत सिंह को गिरफ्तार किया गया है। जशनप्रीत पर आरोप है कि उन्होंने नशे की हालत में अपने ट्रक से कई वाहनों को टक्कर मारी थी। इस गंभीर घटना के संबंध में सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि जशनप्रीत सिंह ट्रक चलाते समय खाना पका रहे थे, जिस वजह से उनका ध्यान भटका और यह दुर्घटना हुई।
हालांकि, विस्तृत फैक्ट चेक में यह सामने आया है कि इस दावे के साथ वायरल हो रहे वीडियो की पहली क्लिप, जिसमें एक सिख युवक को हाइवे पर ट्रक के अंदर खाना पकाते हुए दिखाया गया है, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) द्वारा बनाई गई है और इसका दुर्घटना से कोई संबंध नहीं है।
वायरल वीडियो का भ्रामक दावा
वायरल वीडियो दो क्लिप का मिश्रण है: पहली क्लिप में एक सिख युवक को वाहन चलाते हुए एक करछी से खाना पकाते हुए दिखाया गया है, जबकि दूसरी क्लिप में एक ट्रक को सड़क पर खड़ी अन्य गाड़ियों को जोरदार टक्कर मारते हुए दिखाया गया है। यह दावा किया जा रहा है कि पहली क्लिप में दिख रहा ड्राइवर ही जशनप्रीत सिंह है और खाना पकाने की गतिविधि ने दुर्घटना को जन्म दिया।
फैक्ट चेक में उजागर हुई सच्चाई
जांच में कई सबूत मिले जो साबित करते हैं कि यह वीडियो मनगढ़ंत है:
AI और सटायर अकाउंट: वायरल वीडियो पर @Vox_Oculi नाम के एक हैंडल का वॉटरमार्क है। एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर इस हैंडल की जांच करने पर पता चला कि इसके बायो में स्पष्ट रूप से "Satire" और "AI Wizard" जैसे शब्द इस्तेमाल किए गए हैं। यह अकाउंट नियमित रूप से कई AI-जनरेटेड वीडियो साझा करता है, जो पुष्टि करता है कि वीडियो की पहली क्लिप मनोरंजन या व्यंग्य के उद्देश्य से बनाई गई थी।
वीडियो में विसंगतियाँ: AI जनरेशन के कारण वीडियो में कई स्पष्ट तकनीकी गड़बड़ियाँ हैं। उदाहरण के लिए, साइड व्यू मिरर में दिख रहा रिफ्लेक्शन स्थिर रहता है और बदलता नहीं है, जबकि करछी और अन्य रसोई उपकरण भी अजीब और अटपटी दिखती हैं। इसके अलावा, पास से निकल रही एक कार में आगे और पीछे की सीटों के लिए केवल एक ही खिड़की दिखाई देती है, जो सामान्य वाहन डिजाइन के विपरीत है।
आरोपी से चेहरे का मिलान नहीं: वीडियो में दिख रहे सिख युवक का चेहरा दुर्घटना के आरोपी जशनप्रीत सिंह के चेहरे से बिल्कुल मेल नहीं खाता है।
पुलिस का खंडन: अमेरिका की फैक्ट चेकिंग संस्था लीड स्टोरीज ने भी इस वायरल दावे का खंडन किया है। संस्था ने कैलिफ़ोर्निया हाइवे पुलिस (CHP) के हवाले से अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट किया है कि यह AI वीडियो पुलिस द्वारा जारी नहीं किया गया है और इसका दुर्घटना की जांच या घटना से कोई संबंध नहीं है।
हालांकि, जांच में यह पुष्टि हुई कि वायरल वीडियो की दूसरी क्लिप (दुर्घटना वाली क्लिप) कैलिफ़ोर्निया वाली घटना की ही है और इसे पुलिस ने जनता के लिए जारी किया था। कई प्रमुख समाचार रिपोर्ट्स में भी इस क्लिप को दिखाया गया है।
निष्कर्ष यह है कि भारतीय मूल के ट्रक चालक जशनप्रीत सिंह की गिरफ्तारी के बाद, सोशल मीडिया पर AI तकनीक का उपयोग करके एक भ्रामक कहानी गढ़ने की कोशिश की गई है। जशनप्रीत सिंह पर नशे में गाड़ी चलाने का आरोप है, लेकिन ट्रक में खाना पकाने के दावे का दुर्घटना से कोई वास्ता नहीं है। लोगों को ऐसे AI-जनरेटेड और भ्रामक कंटेंट को साझा करने से बचना चाहिए।