मुंबई, 11 नवंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। इजराइली सेना ने हिजबुल्लाह के एक कमांडर सलीम जमील अय्याश को एक हवाई हमले में मार गिराया है। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक सलीम सीरिया में हिजबुल्लाह के गढ़ अल-कौसैर में छुपा हुआ था। इजराइली सेना के हमले में सलीम के अलावा 8 और लोग मारे गए। ईरान के विदेश मंत्रालय ने इस हमले की आलोचना की है और इजराइल को संयुक्त राष्ट्र से बाहर निकालने की मांग की है। सलीम हिजबुल्लाह की यूनिट 151 का मेंबर था। अमेरिका ने उस पर 10 मिलियन डॉलर (84 करोड़ रुपए) का ईनाम रखा था। वह लेबनान के प्रधानमंत्री रफीक हरीरी की हत्या के लिए जिम्मेदार था। हरीरी लेबनान के सबसे ज्यादा लोकप्रिय सुन्नी मुस्लिम नेता थे। वे 5 बार देश के PM रहे। 14 फरवरी 2005 को बेरूत में हरीरी के काफिले को 3000 किलो विस्फोटक से भरे ट्रक से टक्कर मारी गई थी। इसमें उनकी मौत हो गई थी। हमले में उनके साथ के 21 लोग और भी मारे गए थे। नीदरलैंड के द हेग में स्थित यूनाइटेड नेशन ने हरीरी की मौत के बाद स्पेशल ट्रिब्यूनल फॉर लेबनान (STL) का गठन किया था। STL ने साल 2022 में सलीम समेत 3 लोगों को रफीकी की हत्या का जिम्मेदार माना था और सभी को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। ट्रिब्यूनल ने कहा था कि सलीम अय्याश ने ही PM हरीरी की हत्या करने वाले सुसाइड दस्ते का नेतृत्व किया था। इसमें उनके साथ 2 और लोग हसन हबीब मेरही और हुसैन हसन ओनैसी भी शामिल थे। ये तीनों हत्या के बाद से ही फरार चल रहे थे। तत्कालीन हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह ने इन तीनों को ट्रिब्यूनल को सौंपने से मना कर दिया था। नसरल्लाह का कहना था कि मोसाद ने लेबनान से सीरिया की सेना को निकालने के लिए हरीरी की हत्या कराई।
दरअसल, लेबनान में गृहयुद्ध शुरू होने के बाद सीरिया ने देश के पूर्वी-उत्तरी इलाके पर कब्जा कर लिया था। हरीरी सीरिया से इस इलाके को खाली करने का दबाव बना रहे थे, लेकिन उनकी कोशिश सफल नहीं हो पा रही थी। इसी बीच उनकी हत्या हो गई। हरीरी की हत्या के बाद सीरिया और लेबनान के संबंध और खराब हो गए। लेबनान के स्थानीय नेताओं ने सीरिया पर देश छोड़ने का दबाव बनाया। आखिर में यूनाइटेड नेशन से भी सीरिया पर प्रेशर बनाया गया, जिससे सीरिया ने अप्रैल 2005 में लेबनान से अपनी सेना वापस बुला ली, और देश का 29 साल का कब्जा समाप्त हो गया। हालांकि, बाद में हरीरी की हत्या का दोषी हिजबुल्लाह को माना गया। हिजबुल्लाह, इजराइल और लेबनान के बीच बेहतर होते रिश्ते से नाराज था। दरअसल हरीरी ने इजराइल के साथ अच्छे रिश्ते बनाए। उन्होंने इजराइल के साथ बातचीत करके दक्षिण लेबनान को दोबारा से हासिल करने में सफलता पाई थी। इस इलाके पर इजराइल ने 18 साल से कब्जा कर रखा था। इस बीच इजराइल के नए रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने रविवार को कहा कि उनके देश ने हिजबुल्लाह को हरा दिया है। काट्ज ने ये भी कहा कि हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को खत्म करना इजराइल की सबसे बड़ी उपलब्धि है। काट्ज ने कहा कि इस जीत का रिजल्ट हासिल करने के लिए हमें दबाव बनाए रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इजराइल, लेबनान की आंतरिक राजनीति में दिलचस्पी नहीं रखता है, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि लेबनान, इजराइल के साथ संबंधों को सामान्य बनाने में अन्य देशों के साथ शामिल होगा।