अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वे अपनी पत्नी मेलानिया ट्रंप के साथ फुटबॉल मैच का आनंद लेते हुए नजर आ रहे हैं। यह वीडियो 13 जुलाई 2025 का है, जो उनके लिए खास मायने रखता है क्योंकि ठीक एक साल पहले इसी दिन 13 जुलाई 2024 को एक चुनावी रैली के दौरान उन पर फायरिंग हुई थी। गोली उनके कान के पास से छूकर निकल गई थी, और इस हमले के बावजूद ट्रंप ने अपने राजनीतिक सफर को जारी रखा। इस साल 13 जुलाई को उन्होंने फिर से जनता के बीच आकर अपनी मौजूदगी दर्ज कराई।
ट्रंप और मेलानिया न्यू जर्सी के मेटलाइफ स्टेडियम में फीफा वर्ल्ड कप का फाइनल मैच देखने के लिए पहुंचे थे, जहां पेरिस सेंट-जर्मेन (PSG) और चेल्सी क्लब के बीच मुकाबला हुआ। इस मौके पर फीफा के अध्यक्ष जियानी इन्फैंटिनो और अमेरिका की अटॉर्नी जनरल पाम बोंडी भी मौजूद थीं। उनकी यह उपस्थिति फुटबॉल प्रशंसकों और राजनीतिक जगत दोनों के लिए चर्चा का विषय बनी।
स्टेडियम में ट्रंप की एंट्री और दर्शकों की प्रतिक्रियाएं
वायरल वीडियो में दिखाया गया है कि ट्रंप अपनी पत्नी मेलानिया का हाथ थामे स्टेडियम में दाखिल होते हैं। जैसे ही वे अपनी सीट पर पहुंचते हैं, जंबोट्रॉन पर उनकी तस्वीर दिखाई जाती है। तब अमेरिका का राष्ट्रगान बजता है, और ट्रंप सम्मानपूर्वक राष्ट्रीय ध्वज ‘स्टार्स एंड स्ट्राइप्स’ को सलामी देते हैं। राष्ट्रगान समाप्त होते ही दर्शकों की ओर से हूटिंग और तालियों की गड़गड़ाहट सुनाई देती है।
हालांकि, इस हूटिंग को लेकर मतभेद हैं। कुछ लोग इसे ट्रंप के प्रति उत्साह का प्रतीक मानते हैं, तो कुछ इसे विरोध के रूप में देखते हैं। यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप की उपस्थिति पर हूटिंग हुई हो। साल 2019 में जब वे वर्ल्ड सीरीज गेम देखने गए थे और 2021 में बॉक्सिंग मैच के दौरान भी दर्शकों ने हूटिंग की थी।
आगामी वर्ष 2026 में भी फीफा वर्ल्ड कप का फाइनल इसी स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा। खास बात यह है कि 2026 का फाइनल मैच अमेरिका की स्वतंत्रता की 250वीं वर्षगांठ के दिन होगा। इस टूर्नामेंट की मेजबानी संयुक्त रूप से अमेरिका, मैक्सिको और कनाडा करेंगे, जिससे इस क्षेत्र में फुटबॉल का उत्साह और भी बढ़ गया है।
13 जुलाई 2024 का हमला: एक साल पहले का दिन
13 जुलाई 2024 को पेन्सिलवेनिया के बटलर शहर में ट्रंप चुनावी रैली कर रहे थे, तभी 20 वर्षीय थॉमस मैथ्यू क्रूक्स ने उन पर फायरिंग की। गोली ट्रंप के कान को छूकर निकल गई, जिससे वे बाल-बाल बच गए। इस हमले में एक शख्स, कोरी कॉम्परेटोर, की मौत हो गई जबकि दो अन्य लोग घायल हुए।
क्रूक्स ने रैली स्थल के सामने वाले मकान की छत से फायरिंग की थी, लेकिन अमेरिकी सीक्रेट सर्विस के स्नाइपर ने उसे मौके पर ही मार गिराया। जांच में क्रूक्स की कार से विस्फोटक सामग्री भी बरामद हुई। इस हमले को ‘ऑपरेशनल फेल्यर’ माना गया, जिसके कारण छह सीक्रेट सर्विस एजेंट्स को 10 से 42 दिन तक सस्पेंड किया गया।
इस हमले की कड़ी निंदा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और ब्रिटेन के विपक्षी नेता कीर स्टारमर ने की थी।
ट्रंप की सार्वजनिक उपस्थिति और राजनीति पर असर
हमले के एक साल बाद ट्रंप का जनता के बीच आना यह दिखाता है कि वे अभी भी सक्रिय राजनीति और सार्वजनिक जीवन में बने रहने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनकी यह उपस्थिति समर्थकों को प्रेरित करती है, जबकि आलोचक इसे राजनीतिक मजबूती की कोशिश मानते हैं।
सुरक्षा के लिहाज से भी यह घटना अमेरिकी अधिकारियों के लिए एक गंभीर चेतावनी थी कि पूर्व राष्ट्रपतियों की सुरक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है। आगामी वर्षों में उनकी सुरक्षा व्यवस्था और सार्वजनिक कार्यक्रमों की सख्ती बढ़ाई गई है।
भविष्य की संभावनाएं और 2026 फीफा वर्ल्ड कप
2026 में अमेरिका, मैक्सिको और कनाडा मिलकर फीफा वर्ल्ड कप की मेजबानी करेंगे, जो क्षेत्रीय फुटबॉल के लिए महत्वपूर्ण आयोजन है। इस टूर्नामेंट के दौरान मेटलाइफ स्टेडियम सहित कई बड़े स्टेडियम में मैच खेले जाएंगे। इस आयोजन के कारण अमेरिका में फुटबॉल की लोकप्रियता और सुरक्षा उपायों में सुधार की उम्मीद है।
निष्कर्ष:
13 जुलाई 2025 को डोनाल्ड ट्रंप ने एक साल पहले हुए हमले के बाद फिर से सार्वजनिक मंच पर अपनी ताकत और सक्रियता दिखाई। फुटबॉल फाइनल में उनकी उपस्थिति ने राजनीतिक और खेल जगत दोनों को जोड़ दिया। आने वाले दिनों में ट्रंप की राजनीतिक गतिविधियां, सार्वजनिक उपस्थिति और सुरक्षा से जुड़ी चुनौतियां अमेरिकी राजनीति के लिए महत्वपूर्ण बनी रहेंगी।