भारतीय महिला क्रिकेट की रन-मशीन और 'क्वीन ऑफ कवर ड्राइव' स्मृति मंधाना ने श्रीलंका के खिलाफ चौथे टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में इतिहास रच दिया है। मंधाना ने न केवल रनों का पहाड़ खड़ा किया, बल्कि एक ही पारी में दो बड़े कीर्तिमान स्थापित कर भारतीय क्रिकेट को गौरवान्वित किया।
मंधाना अब महिला क्रिकेट के उस विशिष्ट क्लब में शामिल हो गई हैं, जहाँ पहुंचना दुनिया के महानतम बल्लेबाजों का सपना होता है। यहाँ स्मृति मंधाना की इस ऐतिहासिक उपलब्धि और उनके नए रिकॉर्ड्स का विस्तृत विश्लेषण दिया गया है:
10,000 इंटरनेशनल रन: एक विराट उपलब्धि
श्रीलंका के खिलाफ चौथे टी20 मुकाबले के दौरान स्मृति मंधाना ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर (टेस्ट, वनडे और टी20) में 10,000 रन पूरे कर लिए हैं। इस आंकड़े को छूते ही उन्होंने अपनी महानता पर मुहर लगा दी है:
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भारत की दूसरी बल्लेबाज: वह मिताली राज के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाली भारत की केवल दूसरी महिला खिलाड़ी हैं।
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दुनिया की चौथी बल्लेबाज: वैश्विक स्तर पर भी वह इस मुकाम तक पहुंचने वाली दुनिया की महज चौथी महिला क्रिकेटर बनी हैं।
यह उपलब्धि दर्शाती है कि पिछले एक दशक में मंधाना ने किस निरंतरता के साथ तीनों फॉर्मेट में भारतीय बल्लेबाजी की कमान संभाली है।
छक्कों का नया 'भारतीय' रिकॉर्ड
इसी मैच में मंधाना ने एक और बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम किया, जो उनकी आक्रामक बल्लेबाजी शैली का प्रमाण है। वह अब टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत के लिए सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाली महिला खिलाड़ी बन गई हैं।
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पारी का कमाल: श्रीलंका के खिलाफ चौथे टी20 में मंधाना ने महज 48 गेंदों पर 80 रनों की तूफानी पारी खेली। इस पारी में उन्होंने 3 गगनचुंबी छक्के जड़े।
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हरमनप्रीत कौर को पछाड़ा: इन 3 छक्कों की मदद से उन्होंने भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर का रिकॉर्ड तोड़ दिया। हरमनप्रीत के नाम टी20आई में 78 छक्के दर्ज थे।
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नया कीर्तिमान: स्मृति मंधाना के नाम अब 157 मैचों की 151 पारियों में 80 छक्के हो गए हैं।
श्रीलंका के खिलाफ 'विध्वंसक' बल्लेबाजी
स्मृति मंधाना का श्रीलंका के खिलाफ हालिया प्रदर्शन उनकी श्रेष्ठता को दर्शाता है। 80 रनों की उनकी पारी ने न केवल रिकॉर्ड बनाए, बल्कि भारतीय टीम को एक मजबूत स्कोर तक भी पहुँचाया। उनकी बल्लेबाजी की सबसे बड़ी खासियत यह रही कि उन्होंने बिना किसी जोखिम के स्ट्राइक रोटेट की और मौका मिलते ही बड़े शॉट्स लगाकर श्रीलंकाई गेंदबाजों को दबाव में रखा।
आंकड़ों में स्मृति का टी20 सफर
मंधाना का टी20 करियर उनकी मेहनत और क्लास की कहानी कहता है:
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अनुभव: 150 से अधिक अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच खेलने का विशाल अनुभव।
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आक्रामकता: 80 छक्कों के साथ वह भारत की सबसे प्रभावी टी20 ओपनर बन गई हैं।
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निरंतरता: टी20 के साथ-साथ वनडे और टेस्ट में भी उनका औसत और स्ट्राइक रेट उन्हें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों की श्रेणी में खड़ा करता है।