128 साल के लंबे इंतजार के बाद क्रिकेट की ओलंपिक खेलों में वापसी होने जा रही है। लॉस एंजिल्स ओलंपिक 2028 में क्रिकेट को एक बार फिर जगह मिली है, और इसे लेकर खेलप्रेमियों में काफी उत्साह है। इस ऐतिहासिक मौके पर इंटरनेशनल ओलंपिक समिति (IOC) ने क्रिकेट के फॉर्मेट, टीमों की संख्या और मैदान की घोषणा भी कर दी है।
🏟️ फेयरग्राउंड में बनकर तैयार होगा अस्थायी क्रिकेट स्टेडियम
ओलंपिक 2028 के क्रिकेट मुकाबले दक्षिणी कैलिफोर्निया के पोमोना फेयरग्राउंड में खेले जाएंगे। यह स्थान साल 1922 से लॉस एंजिल्स काउंटी फेयर के आयोजन के लिए प्रसिद्ध रहा है, लेकिन यहां अब तक कोई स्थायी क्रिकेट स्टेडियम मौजूद नहीं है।
आईसीसी और आयोजन समिति की योजना के मुताबिक, एक आधुनिक अस्थायी क्रिकेट स्टेडियम यहां तैयार किया जाएगा — ठीक वैसे ही जैसे 2024 के टी20 वर्ल्ड कप के दौरान न्यूयॉर्क के वैन कॉर्टलैंड पार्क में बनाया गया था। टूर्नामेंट के बाद इस स्टेडियम को भी हटाया जाएगा।
🏏 पुरुष और महिला वर्ग में 6-6 टीमें लेंगी हिस्सा
लॉस एंजिल्स 2028 में क्रिकेट का आयोजन T20 फॉर्मेट में होगा, और इसमें पुरुषों और महिलाओं की 6-6 टीमें हिस्सा लेंगी। हर टीम को अधिकतम 15 खिलाड़ियों की स्क्वॉड भेजने की अनुमति होगी, यानी कुल 90 खिलाड़ियों का कोटा निर्धारित किया गया है।
टीमों का चयन रैंकिंग, क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व और योग्यता टूर्नामेंट्स के आधार पर किया जाएगा। मैचों का विस्तृत कार्यक्रम ओलंपिक के नजदीक आने पर घोषित किया जाएगा।
क्रिकेट का ओलंपिक इतिहास: एक नजर
क्रिकेट को अब तक सिर्फ एक बार ओलंपिक में शामिल किया गया था, वो भी 1900 के पेरिस ओलंपिक में। उस समय इंग्लैंड और फ्रांस के बीच सिर्फ एक मुकाबला हुआ था, जिसमें इंग्लैंड ने जीत दर्ज की थी। इसके बाद से क्रिकेट ओलंपिक से बाहर रहा।
क्रिकेट की वैश्विक लोकप्रियता को देखते हुए लंबे समय से इसे ओलंपिक में शामिल करने की मांग की जा रही थी। आखिरकार 2028 में यह सपना हकीकत बन रहा है।
आईसीसी अध्यक्ष जय शाह ने क्या कहा?
क्रिकेट की वापसी पर प्रतिक्रिया देते हुए आईसीसी के अध्यक्ष जय शाह ने कहा:
“हम लॉस एंजिल्स 2028 में क्रिकेट के लिए स्थान की घोषणा का स्वागत करते हैं। यह हमारे खेल की ओलंपिक में वापसी की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। क्रिकेट पहले से ही एक लोकप्रिय खेल है, लेकिन जब यह T20 फॉर्मेट में ओलंपिक मंच पर आएगा, तो यह नए दर्शकों को जोड़ने में मदद करेगा।”
उन्होंने आगे यह भी कहा कि इस फैसले से क्रिकेट को वैश्विक स्तर पर और अधिक पहचान मिलेगी।
क्रिकेट को वैश्विक मंच मिलेगा
केट मुख्य रूप से भारत, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, पाकिस्तान और कुछ अन्य देशों में लोकप्रिय रहा है। लेकिन ओलंपिक जैसे वैश्विक मंच पर शामिल होने से यह खेल नई अंतरराष्ट्रीय सीमाओं तक पहुंचेगा। खासकर अमेरिका जैसे देश में, जहां क्रिकेट तेजी से पॉपुलर हो रहा है, ओलंपिक में इसकी मौजूदगी बहुत मायने रखती है।
निष्कर्ष
ओलंपिक 2028 में क्रिकेट की वापसी सिर्फ एक खेल आयोजन नहीं, बल्कि क्रिकेट इतिहास के लिए एक मील का पत्थर है। यह मौका न सिर्फ खिलाड़ियों के लिए खास होगा, बल्कि करोड़ों फैंस के लिए गर्व का क्षण भी होगा। अब सबकी निगाहें 2028 पर टिकी हैं, जब क्रिकेट एक बार फिर ओलंपिक के मंच पर अपनी चमक बिखेरेगा।