मुंबई, 12 मार्च, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बाद अब उनके बेटे उदयनिधि स्टालिन ने राज्य के लोगों से जल्द से जल्द बच्चे पैदा करने की अपील की है। साथ ही बच्चों के नाम तमिल में रखने को कहा है। उदयनिधि ने कहा- हमने राज्य की जनसंख्या नियंत्रित की लेकिन अब हमें इससे समस्या हो रही है। मैं नए शादीशुदा जोड़ों से अनुरोध करता हूं कि वे जल्द से जल्द बच्चे पैदा करें। अगर परिसीमन होता है तो हम लोकसभा में आठ सीटें खो देंगे जबकि उत्तरी राज्यों को 100 से ज्यादा सीटें मिलेंगी। चेन्नई के एक शादी समारोह में शामिल होने के बाद उदयनिधि यह बात कही। इससे पहले एमके स्टालिन भी इसी तरह का बयान दे चुके हैं। वे 3 मार्च को नागपट्टिनम जिले के पार्टी सेक्रेटरी की वेडिंग एनिवर्सरी में शामिल होने पहुंचे थे। वहां स्टालिन ने कहा था कि पहले हम कहते थे, आराम से बच्चे पैदा करो, लेकिन अब हालात बदल गए हैं, इसलिए तुरंत बच्चे पैदा करने की जरूरत है।
आपको बता दें, स्टालिन ने परिसीमन मामले में 7 मार्च को अन्य राज्यों के मौजूदा और पूर्व मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी थी। इसमें उन्होंने 22 मार्च को होने वाली जॉइंट एक्शन कमेटी (JAC) की पहली बैठक में अपने प्रतिनिधि भेजने का अनुरोध किया था। परिसीमन और ट्राई लैंग्वेज पॉलिसी के विरोध में स्टालिन ने 5 मार्च तमिलनाडु में सर्वदलीय की थी। बैठक में JAC बनाने का फैसला हुआ था, ताकि इन मुद्दों पर साझा रणनीति बनाई जा सके। स्टालिन ने 7 राज्यों केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और पंजाब का मौजूदा और पूर्व CM को चिट्ठी लिखी थी। सर्वदलीय बैठक में स्टालिन ने कहा था कि अगर संसद में सीटें बढ़ती है तो 1971 की जनगणना को आधार बनाया जाए। उन्होंने भी मांग की- 2026 के बाद अगले 30 साल तक लोकसभा सीटों के बाउंड्री करते समय 1971 की जनगणना को ही मानक माना जाए। इस बैठक में AIADMK, कांग्रेस, वाम दल (लेफ्ट पार्टी) और एक्टर विजय की पार्टी TVK समेत कई दलों ने हिस्सा लिया था। वहीं, भाजपा, NTK और पूर्व केंद्रीय मंत्री जीके वासन की तमिल माणिला कांग्रेस (मूप्पनार) ने बैठक का बहिष्कार किया।