पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हालिया वृद्धि ने भारतीय उपभोक्ताओं को आर्थिक दबाव में डाल दिया है। हालांकि, 12 मई 2025 को अधिकांश प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है, लेकिन गाजियाबाद में पेट्रोल की कीमत में 26 पैसे और डीजल की कीमत में 30 पैसे की वृद्धि दर्ज की गई है। वहीं, गौतम बुद्ध नगर में पेट्रोल की कीमत में 10 पैसे की गिरावट आई है। पटना में पेट्रोल की कीमत में 35 पैसे की गिरावट और डीजल की कीमत में 93 पैसे की गिरावट आई है।
वैश्विक बाजार में क्रूड ऑयल की कीमतों में भी उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है, जो भारतीय तेल कंपनियों द्वारा कीमतों में बदलाव के प्रमुख कारणों में से एक है। हालांकि, 12 मई को अधिकांश शहरों में कीमतों में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है, लेकिन तेल कंपनियाँ वैश्विक बाजार की स्थिति के आधार पर कीमतों में परिवर्तन करती रहती हैं।
इस समय, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, और चेन्नई जैसे प्रमुख महानगरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं, जो उपभोक्ताओं के लिए राहत की बात है। हालांकि, कुछ छोटे शहरों में कीमतों में मामूली वृद्धि या गिरावट देखी जा रही है, जो स्थानीय करों और परिवहन लागत के कारण हो सकती है।
पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों का असर न केवल व्यक्तिगत उपभोक्ताओं पर पड़ रहा है, बल्कि यह परिवहन, कृषि, और अन्य उद्योगों की लागतों को भी प्रभावित कर रहा है। इसलिए, सरकार और तेल कंपनियों को इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करना चाहिए और उपभोक्ताओं को राहत देने के उपायों पर विचार करना चाहिए।
यदि आप अपने शहर में पेट्रोल और डीजल की ताजा कीमतें जानना चाहते हैं, तो आप भारतीय तेल कंपनियों की आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल ऐप्स का उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा, आप SMS सेवा के माध्यम से भी अपने शहर की कीमतें प्राप्त कर सकते हैं।
समाप्ति में, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में उतार-चढ़ाव एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए सरकार और तेल कंपनियों को मिलकर काम करना चाहिए। उम्मीद है कि आने वाले समय में कीमतों में स्थिरता आएगी और उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी।