शुक्रवार देर रात राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के रिठाला मेट्रो स्टेशन के समीप स्थित बंगाली बस्ती की झुग्गियों में एक भयानक अग्निकांड की घटना सामने आई है। इस भीषण आग ने पूरी बस्ती को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे भारी नुकसान हुआ है। दमकल विभाग को आग पर काबू पाने के लिए कई घंटों तक मशक्कत करनी पड़ी। दुःखद बात यह है कि इस घटना में दमकलकर्मियों ने एक शव बरामद किया है, जबकि एक बच्चा गंभीर रूप से घायल है, जिसका इलाज चल रहा है।
देर रात लगी आग, 29 गाड़ियों ने किया काबू
दिल्ली अग्निशमन सेवा के अधिकारी एसके दुआ के अनुसार, उन्हें देर रात सूचना मिली कि रिठाला मेट्रो स्टेशन और दिल्ली जल बोर्ड के बीच स्थित बंगाली बस्ती की झोपड़ियों में आग लग गई है। आग की भयावहता को देखते हुए तत्काल दमकल की कुल 29 गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। अधिकारियों ने बताया कि आग इतनी तेज़ी से फैली कि दमकलकर्मियों को इसे नियंत्रित करने में काफी संघर्ष करना पड़ा। कई घंटों की कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार आग पर काबू पाया जा सका और इसे आस-पास के क्षेत्रों में फैलने से रोका गया।
सिलेंडर फटने से आग ने लिया विकराल रूप
प्रत्यक्षदर्शियों और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आग लगने के शुरुआती वीडियो में पूरे इलाके में केवल आग की लपटें और काला धुआँ ही नज़र आ रहा था। शुरुआती तौर पर कई झुग्गियां जलकर राख हो गईं। इसके बाद बस्ती में रखे कई घरेलू सिलेंडर फट गए, जिससे आग ने और भी विकराल रूप ले लिया और तेज़ी से पूरे क्षेत्र में फैल गई। सिलेंडर फटने की आवाज़ से इलाके में दहशत फैल गई। हालांकि, आग लगने के पीछे के कारणों की जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है। पुलिस और दमकल विभाग आग लगने के मूल कारण की जांच कर रहे हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह कोई दुर्घटना थी या इसके पीछे कोई और वजह थी।
एक शव बरामद, घायल का इलाज जारी
घटना से संबंधित ताजा अपडेट में दिल्ली अग्निशमन सेवा ने जानकारी दी है कि तलाशी अभियान के दौरान दमकलकर्मियों ने झुग्गियों के मलबे से एक शव बरामद किया है। इस मृतक की पहचान सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा, इस अग्निकांड में एक बच्चा भी घायल हुआ है, जिसे तुरंत इलाज के लिए सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बच्चे की स्थिति पर फिलहाल विस्तृत जानकारी नहीं मिली है, लेकिन अधिकारियों के अनुसार उसका इलाज जारी है।
यह दुर्घटना एक बार फिर यह सवाल खड़ा करती है कि घनी आबादी वाली झुग्गियों में आग से बचाव के पर्याप्त इंतज़ाम क्यों नहीं हैं और सुरक्षा मानकों की अनदेखी क्यों की जाती है। स्थानीय प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर दी है और प्रभावित परिवारों को सहायता प्रदान करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।