पूजा एंटरटेनमेंट एक के बाद एक बेहतरीन फिल्म ऑडियंस के लिए लेकर आ रही है। अभी हाल ही में उनकी फिल्म रिलीज़ हुई 'मिशन रानीगंज' जो कि भारत के पहले कोयला खदान रेस्क्यू मिशन को लेकर बनायी गयी है। फिल्म में अक्षय कुमार एक अनसंग हीरो जसवंत सिंह गिल की भूमिका निभाते हुए नजर आ रहे हैं और इस अनसंग हीरो की कहानी ने लोगों का दिल कुछ ऐसा जीता है कि हर जगह फिल्म की चर्चा हो रही है। लोग इस फिल्म को बड़े पर्दे पर देखना बहुत पसंद कर रहे हैं और फिल्म के दो हफ्ते रिलीज के बाद भी इस फिल्म की लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आयी है। फिल्म हर भारतीय के दिल पर राज कर रही है।
'राष्ट्रीय सिनेमा दिवस' के दिन देश भर में सिनेमा टिकट की कीमत को कम करने के बाद , भारी मात्रा में लोग सिनेमाघर में यह फिल्म देखने आये जिसकी वजह से पूरे देश में फिल्म को लेकर हाउसफुल चल रहा था। फिल्म की कहानी हर किसी के दिल को छू रही है। आज देश भर में इसी फिल्म का बोलबाला चल रहा है। हर कोई यह फिल्म देखकर प्रेरित हो रहा है। जसवंत सिंह गिल की ज़िन्दगी लोगों को 'कभी न हार मानने' की प्रेरणा दे रही है।
देश भर में इतना प्यार मिलने के बाद अब मेकर्स इस फिल्म को विश्व भर में प्रसिद्ध करना चाह रहे हैं। इसलिए फिल्म के निर्माता ने अब इसे ऑस्कर अकादमी को स्वतंत्र रूप से प्रस्तुत करने का निर्णय लिया है। यह फिल्म 'सर्वश्रेष्ठ विदेशी फिल्म' पुरस्कार की दौड़ में तो भाग लेगी ही साथ साथ सभी महत्वपूर्ण श्रेणियों में भी भाग ले पाएगी। फिल्म हर किसी को इतनी पसंद आ रही है कि इसके जीतने के चांस काफी ज्यादा है। फिल्म की अद्भुत कहानी और एक स्ट्रांग टीम इसको काफी आगे तक लेकर जाने में पूरी तरह से सक्षम है।
फिल्म 'मिशन रानीगंज' एक प्रोत्साहक कहानी है जो 1989 में एक खदान में हुई घटनाओं पर आधारित है। फिल्म एक वास्तविक घटना से प्रेरित है जहाँ जसवंत सिंह गिल , IIT धनबाद से एक खदान अभियंता उन खनिकों को बचाने की जिम्मेदारी अपने सर लेता है। यह फिल्म भारतीय सिनेमा का अंतरराष्ट्रीय स्टेज पर झंडा लहराती नजर आएगी।
वाशु भगनानी, जैकी भगनानी और दीपशिखा देशमुख ने इस फिल्म को प्रत्येक भारतीय के दिल में बसा दिया है और वह इस सिनेमेटिक रत्न को अंतरराष्ट्रीय स्टेज पर प्रमोट करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
पूजा एंटरटेनमेंट अपनी फिल्मों के माध्यम से भारतीय सिनेमा की सीमाओं को आगे बढ़ा रही है। उनकी टीम बॉलीवुड को प्रमुख विश्व सिनेमा में पहुंचाने की जिम्मेदारी बखूबी निभा रही है।
इस आशावादी कहानी को अब विश्व भर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी उन्होंने ले ली है और अब हर भारतीय चाहेगा कि उनका यह प्रयास कामयाब हो और यह फिल्म हमारे देश का नाम विश्व सिनेमा में ऊंचा करें।