उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेले ने न केवल देश भर से लाखों श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित किया है, बल्कि विश्व स्तर पर भी सुर्खियां बटोरी हैं। हालांकि, मेले में लोगों को कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और उन्हें अपनी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में कठिनाई हो रही है। ऐसे में इस मेले में आने वाले लाखों लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए ब्लिंकिट ने एक अस्थायी स्टोर शुरू किया है। ब्लिंकिट के सीईओ अलबिंदर ढींडसा ने अपने आधिकारिक एक्स-मेल पर इस नई पहल के बारे में जानकारी साझा की। हमें इसके बारे में बताओ?
महाकुंभ के लिए ब्लिंकिट का विशेष स्टोर
ब्लिंकिट के सीईओ ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा कि आज हमने प्रयागराज में महाकुंभ मेले में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सेवा के लिए एक अस्थायी ब्लिंकिट स्टोर खोला है। यह स्टोर 100 वर्ग फीट के क्षेत्र में बनाया गया है और इसे विशेष रूप से मेले के प्रमुख क्षेत्रों जैसे अरल टेंट सिटी, डोम सिटी, आईटीडीसी लक्जरी कैंप और देवरख में आवश्यक वस्तुओं की डिलीवरी के लिए डिज़ाइन किया गया है।
अलबिंदर ढींडसा ने कहा कि हमारी टीम श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए विशेष रूप से तैयार आवश्यक वस्तुओं की सूची के साथ तैयार है। इसमें पूजा के लिए आवश्यक वस्तुएं, दूध, दही, फल, सब्जियां और दान शामिल हैं। इसके अलावा स्टोर में चार्जर, पावर बैंक, तौलिए, कंबल, चादरें और त्रिवेणी संगम जल की बोतलें जैसी वस्तुएं भी हैं, जो विशेष रूप से महाकुंभ में आने वाले लोगों की सुविधा के लिए रखी गई हैं।
वैश्विक स्तर पर महाकुंभ की चर्चा
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित महाकुंभ अब वैश्विक स्तर पर भी चर्चा में है। इस बार 10 अलग-अलग देशों के प्रतिनिधियों का 21 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल प्रयागराज संगम पहुंचा। विदेश मंत्रालय, भारत सरकार के विदेश मामले एवं लोक कूटनीति विभाग के निमंत्रण पर प्रतिनिधिमंडल बुधवार को प्रयागराज पहुंचा। महाकुंभ में भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने पूरे मेला क्षेत्र को 'नो व्हीकल जोन' घोषित कर दिया है। संगम की ओर जाने वाली सात मुख्य सड़कों पर यातायात के लिए विशेष डायवर्जन योजना बनाई गई है।
इसके अलावा यहां 2,751 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनमें 328 एआई आधारित कैमरे शामिल हैं। इसका उपयोग संगम और टेंट सिटी जैसे प्रमुख स्थलों पर निगरानी और भीड़ प्रबंधन के लिए किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, पुलिस ने सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए एआई-संचालित विश्लेषण प्रणाली भी विकसित की है।