ताजा खबर
Bisalpur Dam : जयपुर को आज मिली सबसे बड़ी खुशखबरी! बीसलपुर बांध में पानी भरने का आज तक का रिकॉर्ड टूट...   ||    अरविंद केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई : अदालत आबकारी नीति मामले में सीबीआई के खिलाफ दिल्ली के मुख...   ||    सीपीएल 2024: तेजतर्रार निकोलस पूरन ने तोड़ा क्रिस गेल का रिकॉर्ड!   ||    Bengal Bandh Today Live News: बीजेपी का 12 घंटे के लिए बंगाल बंद; सरकारी कर्मचारियों को ममता का निर्...   ||    Janmashtami Vrat Katha: वीडियो में देखें भगवान विष्णु ने आधी रात में क्यों लिया कृष्णावतार, जानें जन...   ||    इस महाराजा ने 50,000 रुपए में खरीदी थी विदेशी बीवी, लेकिन शादी में आई ये अड़चन, यहां पढ़े अजब प्रेम ...   ||    Petrol Diesel Price Today: राजस्थान के इस शहर में आज इतना सस्ता हुआ पेट्रोल और डीजल, आपके यहां क्या ...   ||    पूर्व PM इंदिरा गांधी की रिहाई के लिए प्लेन हाईजैक करने वाले भोलानाथ पांडेय का निधन, जानिए अनसुना कि...   ||    कोलकाता रेप-मर्डर केस-11 दिन बाद AIIMS डॉक्टरों की हड़ताल खत्म:CJI ने कहा था काम पर लौट आएं, राज्य सर...   ||    क्या जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए हाथ मिलाएंगे नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस? राहुल गांधी के दौ...   ||   

Chhatrapati Shivaji Maharaj की Jayanti पर जाने कैसे शिवाजी ने रखी थी मराठा साम्राज्य की नींव, मां से मिली राजनीति-युद्ध दोनों की शिक्षा

Photo Source :

Posted On:Monday, February 19, 2024

छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती हर साल 19 फरवरी को पूरे देश में मनाई जाती है। छत्रपति शिवाजी महाराज के आदर्शों को मानने वाले लोग इस दिन को बेहद खास तरीके से मनाते हैं। महज 15 साल की उम्र में उन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना मुगलों पर हमला कर दिया। तो आइए जानते हैं इस दिन का इतिहास.

शिवाजी का बचपन अपनी माँ के मार्गदर्शन में बीता

शिवाजी का जन्म 19 फरवरी 1630 को शिवनेरी किले में एक मराठा परिवार में हुआ था। उनका नाम शिवाजी भोसले था. उनके पिता शाहजीराज भोसले का जन्म एक शक्तिशाली सामंती शाही वंश में हुआ था। उनके पिता अहमदनगर सल्तनत में एक जनरल थे। उनकी माता जीजाबाई जाधवराव परिवार में जन्मी अत्यंत प्रतिभाशाली महिला थीं। उनके माता-पिता शिवाजी महाराज के चरित्र से बहुत प्रभावित थे। उनका बचपन अपनी माँ के मार्गदर्शन में बीता। उनकी माँ को धार्मिक ग्रंथों में रुचि थी। उन्होंने राजनीति और युद्ध का अध्ययन किया।

मुगलों के विरुद्ध युद्ध का बिगुल बज गया

शिवाजी महाराज बचपन से ही उस युग के वातावरण और घटनाओं को भली-भांति समझने लगे थे। उनके हृदय में स्वतंत्रता की लौ जल उठी। उन्होंने कुछ स्वामी भक्त साथियों को संगठित किया। उस समय देश में मुगल आक्रमण अपने चरम पर था। वह महाराज शिवाजी ही थे जिन्होंने मुगलों के खिलाफ युद्ध का बिगुल फूंका था। महज 15 साल की उम्र में उन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना मुगलों पर हमला कर दिया। इस हमले को गुरिल्ला युद्ध नीति कहा गया।

भारत में मराठा साम्राज्य की नींव पड़ी

वह भारत के एक महान राजा और रणनीतिकार थे जिनकी मृत्यु 1674 ई. में हुई थी। मराठा साम्राज्य की नींव पश्चिमी भारत में रखी गई थी। इसके लिए उन्होंने मुगल साम्राज्य के शासक औरंगजेब से युद्ध किया। 1674 में उनका रायगढ़ में राज्याभिषेक हुआ और वे छत्रपति बने। लेकिन कुछ साल बाद 3 अप्रैल 1680 को एक गंभीर बीमारी से उनकी मृत्यु हो गई। शिवाजी के बाद उनके पुत्र संभाजी ने राज्य की बागडोर संभाली।

शिवाजी महाराज का वैवाहिक जीवन

शिवाजी का विवाह 14 मई 1640 को पुणे के लाल महल में साईबाई निंबालकर (साईं भोसले) से हुआ था। साईं भोसले शिवाजी की पहली और प्रमुख पत्नी थीं। वह अपने पति के उत्तराधिकारी संभाजी की मां थीं। शिवाजी ने कुल 8 शादियाँ कीं। वैवाहिक राजनीति के माध्यम से वह सभी मराठा सरदारों को एक छत्र के नीचे लाने में सफल रहे।


भोपाल और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. Bhopalvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.