मुंबई, 20 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। फिलीपींस ने दावा किया है कि चीन ने 17 जून को साउथ चाइना सी में झड़प के दौरान कुल्हाड़ी और धारदार हथियारों से हमला किया था। फिलिपींस की सेना ने गुरुवार को इसका वीडियो भी जारी किया। इसमें चीनी कोस्ट गार्ड फिलीपींस के सैनिकों को हाथ में हथियार लेकर धमकाते दिख रहे हैं। इस बीच वे उनकी बोट पर वार भी करते हैं। एक न्यूज कॉन्फ्रेंस के दौरान बुधवार को फिलीपींस के सैन्य अधिकारियों ने बताया कि चीन के कोस्ट गार्ड अफसर गैरकानूनी तरह से उनकी रबर बोट पर चढ़ गए थे। इस दौरान उन्होंने कई राइफल भी लूट लीं। चीन के अधिकारियों ने जहाज के बाहर की मोटर, नेविगेशन से जुड़े उपकरण को नष्ट कर दिया। इसके अलावा उन्होंने फिलीपींस के सैनिकों के फोन भी छीन लिए। फिलीपींस की आर्म्ड फोर्स के कमांडर अल्फॉन्सो टोरेस ने बताया कि चीनी अफसरों ने नुकीले और धारदार हथियारों से उनकी रबर बोट को पंचर कर दिया। इस दौरान फिलीपींस नेवी के एक सदस्य का अंगूठा भी कट गया।
चीन के कोस्ट गार्ड ने आंसू गैस के साथ ही आंखों में चुभने वाली लाइट और सायरन का भी इस्तेमाल किया। फिलीपींस के अधिकारियों ने कहा कि चीन की हरकत समुद्री लुटेरों जैसी थी। सिर्फ वही इस तरह बोट पर चढ़कर लूट और मारपीट करते हैं। फिलीपींस ने बताया कि जहां एक तरफ चीन के कोस्ट गार्ड अधिकारियों के पास धारदार हथियार थे, वहीं हमारे सैनिक उनसे निहत्थे लड़ रहे थे। चीन के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि कोस्टगार्ड ने जिम्मेदाराना तरह से फिलीपींस के खिलाफ एक्शन लिया था। इस दौरान उनके किसी सैनिक को नुकसान नहीं पहुंचाया गया। फिलीपींस के दावे के बाद चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि फिलपींस के वेसल पर कंस्ट्रक्शन का सामान नहीं बल्कि तस्करी के हथियार थे। उन्होंने पहले हमारे वेसल को टक्कर मारी थी। चीन ने आरोप लगाया कि फिलीपींस के सैनिकों ने उनके अधिकारियों पर पानी और बोट में मौजूद सामान फेंका। इसके बाद ही चीन के कोस्ट गार्ड अफसरों ने उन पर कार्रवाई की। इससे पहले सोमवार को भी चीनी कोस्टगार्ड ने फिलीपींस के जहाज के आक्रमक रवैये की शिकायत थी। चीनी कोस्टगार्ड ने कहा कि फिलीपींस का जहाज लगातार चेतावनी की अनदेखी करता रहा और आक्रामक तरीके से बढ़ता रहा। इसके बाद उसने चीनी जहाज को टक्कर मार दी।