मुंबई, 9 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। रूस यूक्रेन जंग के बीच रूसी सरकार ने बच्चों के लिए नई हिस्ट्री बुक रिलीज की है। 5 महीने में लिखी गई इस किताब में यूक्रेन पर हमले को सही ठहराया गया है। किताब में लिखा है कि यूक्रेन में डिमिलिटराइजेशन और डीनाजीफिकेशन की जरूरत थी। शिक्षा मंत्री सेर्गेय क्रासवतोव ने कहा, किताब का मकसद स्कूली बच्चों को डीमिलिटराइजेशन और डीनाजिफिकेशन का मतलब समझाना है। ऐसा इलाका जहां फौज की मौजूदगी नहीं होती या वहां अमन की वजह से सेना की जरूरत नहीं होती उसे डिमिलिटराइज जोन या एरिया कहते हैं। वहीं, डीनाजीफिकेशन का मतलब होता है कि हिटलर की लोगों को दबाने की जो मानसिकता थी, उसके उलट लोगों को आजादी देना, ताकि वो खुद को सही मायनों में आजाद महसूस कर सकें। उन्हें किसी बात का डर न हो। वो अपनी विचारधारा के हिसाब से फैसले ले सकें। दरअसल, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने अब तक ये नहीं माना है कि रूस ने यूक्रेन पर हमला किया है। वो हमेशा से यूक्रेन पर किए गए हमले को स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन बताते आए हैं। इसी बात पर जोर देने के लिए नई किताब रिलीज की गई है।
शिक्षा मंत्री सेर्गेय क्रासवतोव ने कहा, नई किताब के जरिए 11वीं क्लास में पढ़ने वाले स्कूली बच्चों को यूक्रेन पर किए गए रूस के मिलिट्री ऑपरेशन के मकसद के बारे में बताया जाएगा। उनका कहना है कि यूक्रेन पर उनकी जीत के बाद किताब में उन अध्यायों को भी जोड़ दिया जाएगा। इस बुक में 2014 में रूस के क्रीमिया पर किए गए कब्जे का भी जिक्र है। क्रीमिया पर हुए रूसी कब्जे को इलाके में शांति स्थापित करने के तौर पर बताया गया है। इसमें कहा गया है कि रूसी सैनिकों ने क्रीमिया में शांति स्थापित की है। वहीं, पुतिन के सहयोगी व्लादिमिर मेदिन्स्की ने किताब और लेखक की तारीफ करते हुए कहा, हमारे देश के इतिहास में इतनी तेजी से कोई किताब नहीं लिखी गई है। उन्होंने कहा, लेखक ने काफी प्रैक्टिकली इस किताब को लिखा है। इसमें रूस के पॉइंट ऑफ व्यू को समझाया गया है। इस किताब में अमेरिका समेत अन्य देशों के रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों का भी जिक्र किया गया है। इन प्रतिबंधों की तुलना 1812 में रूस पर हमला करने वाले नेपोलियन से की गई है। साथ ही हमले को गलत बताया गया है। दूसरे शब्दों में कहें तो रूस पर लगे प्रतिबंधों को गलत बताया है। नई किताब में यह भी कहा गया है कि पश्चिम का मुख्य उद्देश्य रूस को अस्थिर करना है।