मुंबई, 2 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। यूक्रेन जंग के बीच रूस ने इंटरकोंटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल RS-28 सरमत को लड़ाई के लिए तैयार रखा है। रूस की स्पेस एजेंसी के चीफ ने इसकी जानकारी दी है। इस मिसाइल को दुनिया की सबसे घातक मिसाइल माना जाता है। इसमें एक साथ 10 न्यूक्लियर वॉरहेड लगाए जा सकते हैं और जरूरत के वक्त इन्हें अलग-अलग दिशाओं में दागा जा सकता है। रूस की नॉलेज सोसाइटी के एक कार्यक्रम के दौरान एजेंसी के चीफ ने कहा कि रूस ने सरमत को कॉम्बेट ड्यूटी पर तैनात किया है। हालांकि इसे कब और कहां तैनात किया गया इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। व्हाइट हाउस की नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के प्रवक्ता ने शुक्रवार को कहा कि सरमत को कॉम्बैट रेडी रखने के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है।
सरमत ICBM को पहली बार 20 अप्रैल 2022 में लॉन्च किया गया था। इसका परीक्षण यूक्रेन युद्ध की शुरूआत के कुछ दिन बाद ही किया गया। ये परीक्षण रूस के अर्खांगेल्स्क प्रांत में किया गया था। मिसाइल ने रूस के पूर्वी हिस्से कमचाटका प्रायद्वीप में अपने टारगेट को सफलतापूर्वक हिट किया था। CNN की एक रिपोर्ट के मुताबिक पहले परीक्षण के एक साल बाद रूस ने इस साल भी सरमत मिसाइल का परीक्षण किया था। जो फेल हो गया। सरमत मिसाइल की कुल लंबाई 35 मीटर यानी 115 फीट है। इस मिसाइल की रेंज 18000 किलो मीटर है और ये दुनिया के किसी भी हिस्से में न्यूक्लियर हमला करने में सक्षम है। ये मिसाइल एक साथ 10 से अधिक न्यूक्लियर वॉरहेड, 16 छोटे न्यूक्लियर वॉरहेड को ले जाने में सक्षम है। मिसाइल का कुल भार 200 टन से अधिक है, जिसमें से 178 टन फ्यूल होता है। इन मिसाइलों को रूस की 1980 के दशक में बनी पुरानी ICBM मिसाइलों को बदलने के लिए बनाया गया था।