मुंबई, 24 अप्रैल, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। पहलगाम हमले के बाद भारत के सिंधु जल समझौता स्थगित करने को पाकिस्तान ने सही कदम नहीं बताया है। पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने गुरुवार को कहा कि यह पाबंदी सही नहीं है। उन्होंने कहा कि हमें बातचीत से मसले हल करने चाहिए। पाकिस्तान पंजाब में सिंधु नदी पर नई नहरें बना रहा था, जिसे लेकर सिंध में प्रदर्शन किया जा रहा था। अब इसे रोक दिया गया है। उधर, पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में भारतीय हाई कमीशन के बाहर भीड़ ने जमकर हंगामा किया, कुछ लोगों ने गेट फांदने की भी कोशिश की और भारत विरोधी नारे लगाए। आरोप लग रहे हैं कि पाकिस्तान ने जानबूझकर भारतीय हाई कमीशन के बाहर से सुरक्षा हटा ली है।
वहीं, इससे पहले इस्लामाबाद में नेशनल सिक्योरिटी कमेटी (NCS) की बैठक हुई। इसमें पाकिस्तान ने दोनों देशों के बीच सभी द्विपक्षीय समझौते स्थगित करने की बात कही। इसमें 1972 का शिमला समझौता भी शामिल है। पाकिस्तान ने कहा कि अगर भारत सिंधु जल समझौते को रोकता है तो इसे एक्ट ऑफ वॉर यानी जंग की तरह माना जाएगा। पाकिस्तान ने कहा, पाकिस्तान की संप्रभुता और सुरक्षा के लिए किसी भी खतरे का सभी क्षेत्रों में मजबूती से जवाब दिया जाएगा। हम किसी भी आतंकवादी गतिविधि की निंदा करते हैं। पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक NCS की बैठक में कहा गया कि भारत में वक्फ विधेयक को जबरन पारित कराया गया, यह मुसलमानों को हाशिए पर डालने का प्रयास है।
आपको बता दें, भारत सरकार ने बुधवार देर रात पाकिस्तान के शीर्ष राजनयिक साद अहमद वराइच को दिल्ली में तलब किया और उनके सैन्य राजनयिकों के खिलाफ 'पर्सोना नॉन ग्राटा' का आधिकारिक नोट सौंपा। उन्हें एक सप्ताह के भीतर भारत छोड़ना होगा। 'पर्सोना नॉन ग्राटा' का मतलब 'अवांछनीय व्यक्ति' है। यह एक लैटिन शब्द है। इसका उपयोग ऐसे व्यक्ति के लिए किया जाता है, जिसे किसी देश में रहने या आने की अनुमति नहीं है। यह आमतौर पर डिप्लोमैटिक मामलों में इस्तेमाल किया जाता है।