मुंबई, 12 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। पाकिस्तान में नेशनल असेंबली भंग होने के 2 दिन बाद अनवार उल हक को केयरटेकर पीएम के रूप में चुना गया है। विपक्ष और सरकार में अनवार के नाम पर सहमति बनी है। ये बलूचिस्तान अवामी पार्टी (BAP) के सीनेटर हैं। शाहबाज शरीफ और नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता राजा रियाज ने उनके नाम को राष्ट्रपति के पास मंजूरी के लिए भेजा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अनवार उल हक 13 अगस्त को शपथ लेंगे। पाकिस्तान के संविधान के मुताबिक संसद भंग होने के बाद एक न्यूट्रल केयरटेकर सरकार 90 दिनों के भीतर देश में कामकाज के लिए जिम्मेदार होती है। अब अनवार पर ही पाकिस्तान में निष्पक्ष चुनाव कराने की जिम्मेदारी होगी।
दरअसल, संसद भंग होने के 3 दिन के भीतर प्रधानमंत्री और नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता आम सहमति से कार्यवाहक (Caretaker) प्रधानमंत्री के नाम की सिफारिश करते हैं। राष्ट्रपति इस सिफारिश पर मुहर लगाते हैं। अगर पीएम और विपक्ष के नेता के बीच आम सहमति नहीं बन पाती तो दोनों की तरफ से 2 2 नाम कमेटी को भेजे जाते हैं। 8 सदस्यों वाली कमेटी की नियुक्ति नेशनल असेंबली के स्पीकर करते हैं। ये कमेटी 3 दिनों के भीतर कार्यवाहक पीएम का नाम फाइनल करती है। आपको बता दे, शाहबाज ने कुछ दिन पहले कहा था, जनरल इलेक्शन तय वक्त (अक्टूबर के आखिर या नवंबर की शुरुआत) में होंगे। इसके साथ ही राज्यों में भी चुनाव कराए जाएंगे। हालांकि उनके ही होम मिनिस्टर राणा सनाउल्लाह ने मंगलवार को कहा, मार्च से पहले इलेक्शन कराना मुमकिन ही नहीं है।