मुंबई, 22 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा राज्य में 8 लोग 900 फीट ऊंचाई पर एक केबल कार में फंसे हैं। इनमें 6 स्कूली बच्चे और दो टीचर हैं। ये रोज की तरह स्कूल जा रहे थे। नीचे गहरी नदी है, जो बारिश की वजह से उफान पर है। फिलहाल, दो आर्मी हेलिकॉप्टर्स से इन लोगों को बचाने की कोशिश की जा रही है। पाकिस्तान के अखबार द डॉन के मुताबिक, जमीन से इस केबल कार की ऊंचाई करीब 2 हजार फीट है। पाकिस्तान के केयरटेकर प्राइम मिनिस्टर अनवार-उल-हक काकड़ ने खैबर सरकार और फौज को तेजी से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के आदेश दिए हैं।
तो वहीं, जियो न्यूज से बातचीत में पाकिस्तान एयरफोर्स के पूर्व पायलट सैयद जावेद ने कहा, केबल कार में फंसे हुए लोगों को रेस्क्यू करने के लिए चलाया जा रहा ऑपरेशन अपनेआप में भी खतरनाक है। हेलिकॉप्टर के विंग्स से जो तेज हवा निकलती है, वो बचे हुए केबल वायर्स को भी डैमेज कर सकती है। जावेद के मुताबिक, इस इलाके में मौसम अकसर खराब हो जाता है। हमारे हेलिकॉप्टर साफ मौसम में तो ऑपरेशन कर सकते हैं, लेकिन मौसम खराब हुआ तो हेलिकॉप्टर भी कुछ नहीं कर सकेंगे। खुद इनके लिए खतरा पैदा हो जाएगा। हमारे कमांडोज रेस्क्यू की पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अब तक नाकाम रहे हैं। फंसे लोगों को निकालने के दो तरीके हैं। नीचे रस्सी डालकर इन्हें खींचा जाए या फिर किसी चेयर को केबल कार तक पहुंचाया जाए। दोनों ही हालात में खतरा बहुत ज्यादा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घटना अलाई तहसील की है। यहां के दो टीचर और 6 स्टूडेंट स्कूल के लिए निकले। जैसे ही केबल कार घाटी के बीच में पहुंची तो इसमें लगी केबल्स का एक बार टूटकर मुड़ गया और इसकी वजह से कार रुक गई। फिलहाल, नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने फौज से मदद मांगी है। इसके लिए एक हेलिकॉप्टर भेजा गया है। हालांकि कार में बच्चे होने की वजह से रेस्क्यू आसान नहीं लग रहा। केबल कार में मौजूद एक शख्स ने बमुश्किल फोन से संपर्क किया। उसने कहा कि एक नहीं, बल्कि दो वायर टूटे हैं। केबल कार में मौजूद एक और टीचर जफर इकबाल ने कहा, इस इलाके के 150 बच्चे रोज इसी केबल कार के जरिए स्कूल जाते हैं। इस इलाके में न तो सड़कें हैं और न ब्रिज। आपको बता दे, ये लोग रोज इसी केबल कार के जरिए घाटी और नदी पार करके जाते हैं। इस केबल कार को एक प्राइवेट कंपनी ऑपरेट करती है।