मुंबई, 07 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रायपुर पहुंचे और साइंस कॉलेज ग्राउंड पर 7 हजार करोड़ रुपये की योजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री के साथ मंच पर राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, मनसुख मांडविया भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, आज जिन योजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास किया गया है, उससे छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा और बेहतर होगी। प्रधानमंत्री ने इसके बाद साइंस कॉलेज ग्राउंड में ही भाजपा की विजय संकल्प रैली को संबोधित किया।
प्रधानमंत्री ने कहा, छत्तीसगढ़ का निर्माण भाजपा ने किया है। यहां के लोगों को भाजपा ही समझती है। पिछले चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने गंगा जी की झूठी कसम खाई। शराबबंदी समेत 36 वादे किए, लेकिन वादे पूरे नहीं किए। हजारों करोड़ का शराब घोटाला कर दिया। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार भ्रष्टाचार और कुशासन का मॉडल है। छत्तीसगढ़ वह राज्य है, जिसके निर्माण में भाजपा की प्रमुख भूमिका रही है। भाजपा ही छत्तीसगढ़ के लोगों को समझती है, उनकी जरूरतों को जानती है। छत्तीसगढ़ के विकास के सामने एक बहुत बड़ा पंजा दीवार बनकर खड़ा हो गया है। ये कांग्रेस का पंजा है, जो आपसे आपका हक छीन रहा है। इस पंजे ने ठान लिया है कि वह छत्तीसगढ़ को लूट-लूट कर बर्बाद कर देगा।"
गंगा जी की झूठी कसम खाने का पाप कांग्रेस ही कर सकती है। गंगा जी की कसम खाकर इन्होंने एक घोषणा-पत्र जारी किया था और उसमें बड़ी-बड़ी बातें की थीं। आज उस घोषणा-पत्र की याद दिलाते ही कांग्रेस की याददाश्त ही चली जाती है। कांग्रेस के कोर-कोर में करप्शन है। करप्शन के बिना कांग्रेस सांस भी नहीं ले सकती है। करप्शन, कांग्रेस की सबसे बड़ी विचारधारा है। PM ने कहा, 9 साल पहले छत्तीसगढ़ के 20 प्रतिशत से अधिक गांवों में किसी तरह की मोबाइल कनेक्टिविटी नहीं थी, आज ये घटकर लगभग 6 प्रतिशत रह गई है। इनमें से अधिकतर जनजातीय और नक्सल हिंसा से प्रभावित गांव हैं। गांवों को भी अच्छी 4G कनेक्टिविटी मिले, इसके लिए भारत सरकार 700 से अधिक मोबाइल टॉवर लगवा रही है। इनमें से करीब 300 टॉवर का काम करना शुरू कर चुके हैं। आज छत्तीसगढ़ 2 2 इकोनॉमिक कॉरिडोर से जुड़ रहा है। रायपुर धनबाद इकोनॉमिक कॉरिडोर और रायपुर-विशाखापट्टनम इकोनॉमिक कॉरिडोर इस क्षेत्र का भाग्य बदलने वाले हैं।
तो वहीं, आज की योजनाएं इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी के लिए हैं। ये उपहार छत्तीसगढ़ के लोगों का जीवन आसान बनाने के लिए है। यहां रोजगार के अनेकों नए अवसर भी बनेंगे। धान किसानों, खनिज संपदा से जुड़े उद्यमियों और टूरिज्म को भी इन प्रोजेक्ट्स से बहुत लाभ मिलेगा। सबसे बड़ी बात यह है कि इनसे आदिवासी क्षेत्रों में सुविधा और विकास की नई यात्रा शुरू होगी। भारत में हम सभी का दशकों पुराना अनुभव यही है कि जहां इंफ्रास्ट्रक्चर कमजोर रहा, वहां विकास भी देरी से पहुंचा। आज भारत वहां अधिक इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित कर रहा है, जो पीछे थे।