मुंबई, 25 नवंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। चुनाव में हार-जीत किसी भी पार्टी, प्रत्याशी की प्रतिष्ठा का सवाल होता है। लेकिन राजस्थान में हाल ही में सात विधानसभा सीटों पर हुआ उपचुनाव 'मूंछो' के लिए चर्चित हो गया है। खींवसर विधानसभा सीट पर उपचुनाव में राजस्थान के कैबिनेट मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने मूंछों को लेकर ऐसा बयान दिया कि अब खींवसर से लेकर जयपुर तक मूंछों की चर्चा है। चुनाव में बीजेपी की जीत के बाद जयपुर के सिविल लाइन में मूंछों वाले होर्डिंग्स सड़कों पर नजर आ रहे हैं। सिविल लाइन में राजभवन सर्किल, सीएम आवास के बाहर, मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर के आवास और सिविल लाइन फाटक के पास मूंछों वाले बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगे हुए हैं।
इन होर्डिंग्स को लेकर मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा- मैंने यह होर्डिंग्स नहीं लगवाए हैं। मुझे पता भी नहीं है कि यह होर्डिंग्स किसने लगवाए हैं। देखिए मुझे लोगों से कमिटमेंट चाहिए था। क्योंकि 2003 से 2008 तक में यहां से एमएलए था और मंत्री था। लोहावट जाने के बाद भी मैंने इस एरिया में बहुत काम करवाया था। मुझे मालूम था कि जब मैं जनता के सामने अपनी आवाज उठाऊंगा तो जनता मेरी बात मानेगी। यहां अंत मे कांग्रेस और आरएलपी एक हो गई थी। इसलिए हमारे लिए यहां पर बहुत टफ फाइट हो गई थी। कैबिनेट मंत्री होने के नाते हाई कमान, मुख्यमंत्री ने मुझसे कहा था कि यह सीट साम, दाम, दंड, भेद कैसे भी निकाल कर लानी है। मैंने मूंछों का बयान दिया था। यह एक बहुत ही भावनात्मक और उम्मीद भरी अपील थी। दोनों पार्टियों के एक होने से हमारे ऊपर बहुत प्रेशर था। जनता ने बहुत अच्छी वोटिंग की। सभी समाज हमारे साथ आ गए।
दरअसल, राजस्थान में 23 नवंबर को सात विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के परिणाम आए। जिनमें सात में से पांच भाजपा ने जीती। लेकिन भाजपा के लिए सबसे ज्यादा चर्चित खींवसर सीट की जीत रही।यहां से बीजेपी प्रत्याशी रेवंतराम डांगा ने आरएलपी के प्रमुख हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल को हराया। जो बीजेपी के लिए नामुमकिन माना जा रहा था। इस चुनाव में कैबिनेट मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने बयान दिया था कि 'अगर बीजेपी चुनाव हार गई तो वो अपनी मूंछ और बाल मुंडवा लेंगे'।