मुंबई, 04 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। मालेगांव ब्लास्ट मामले में सात आरोपियों के खिलाफ नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की विशेष अदालत में सुनवाई शुरू हो गई है। कोर्ट ने पीड़ितों की गवाही से जुड़े 60 सवालों पर प्रज्ञा सिंह ठाकुर, कर्नल प्रसाद पुरोहित समेत 7 आरोपियों के बयान दर्ज किए। प्रज्ञा ठाकुर ने कहा, मुझे जानकारी नहीं। जब कोर्ट ने ब्लास्ट में घायलों और मृतकों के बारे में पूछा तो मुख्य आरोपी भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर भावुक हो गईं। इसलिए दस मिनट तक काम रुका रहा। मालेगांव ब्लास्ट मामले में सात आरोपियों के खिलाफ NIA की विशेष अदालत में सुनवाई शुरू हो गई है। मालेगांव में 29 सितंबर, 2008 को भिक्खु चौक विस्फोट मामले की सुनवाई मुंबई में NIA विशेष सत्र न्यायालय में चल रही है। गवाही के आधार पर अदालत ने आरोपियों को दो समूहों में बांट दिया और CrPC की धारा 313 के तहत उनके बयान दर्ज किए।
तो वहीं, इस मामले में 323 गवाह हैं। उनमें से 34 फ्लिप हो गए हैं। बाकी 289 गवाहों के बयानों के आधार पर कोर्ट ने करीब 4 से 5 हजार सवालों का एक सेट तैयार किया है। CrPC की धारा 313 के मुताबिक आरोपियों को अदालत के सामने अपनी बात रखने का मौका मिलता है। जिसकी शुरुआत हो चुकी है। उसके बाद मामले की अगली सुनवाई होगी। दरअसल, महाराष्ट्र के मालेगांव में 29 सितंबर 2008 को ब्लास्ट हुआ था। यहां एक मस्जिद के पास एक बाइक में एक्सप्लोसिव डिवाइस लगाई गई थी। घटना में 6 लोगों की मौत हो गई थी और 100 से ज्यादा जख्मी हुए थे। मामले की जांच पहले महाराष्ट्र एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) कर रही थी, 2011 में इन्वेस्टीगेशन राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को ट्रांसफर कर दी गई।