मुंबई, 14 नवंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। दिल्ली की एयर क्वालिटी बेहद गंभीर स्तर पर पहुंच गई। इसके बाद दिल्ली सरकार ने सभी प्राइमरी स्कूलों (यानी पांचवीं क्लास) को अगले आदेश तक ऑनलाइन चलाने के निर्देश दिए। इसके अलावा, कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने NCR यानी हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राज्यस्थान से आने वाली बसों पर रोक लगा दी। हालांकि, इलेक्ट्रिक व्हीकल, CNG वाहनों और BS-4 डीजल बसों को इससे छूट मिलेगी। सीजन में पहली बार एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 424 दर्ज किया गया। ये 13 नवंबर के मुकाबले छह सूचकांक ज्यादा है। इससे हवा में सांस लेना और मुश्किल हो गया।
दिल्ली में निर्माण, खनन और तोड़फोड़ पर रोक लगा दी। दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और गौतम बुद्धनगर में BS-3 पेट्रोल और BS-4 डीजल वाहन भी नहीं चलेंगे। इसके अलावा मशीन से सड़कों की सफाई की फ्रिक्वेंसी बढ़ाने और हैवी ट्रैफिक वाले रूट पर पीक आवर से पहले पानी का छिड़काव करने जैसे उपाय शामिल हैं। ये सभी प्रतिबंध और उपाय 15 नवंबर सुबह 8 बजे से लागू होंगे। इन्हें ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तीसरे फेज के तहत लागू किया जा रहा है।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने गुरुवार सुबह ही कहा था, 'GRAP-3 के प्रतिबंध लागू नहीं किए जाएंगे।' दिल्ली में सुबह 6 बजे दिल्ली के 31 इलाकों में प्रदूषण बेहद खराब श्रेणी से गंभीर श्रेणी में पहुंच गया। सबसे ज्यादा एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 567 जहांगीरपुरी में दर्ज किया गया। वेबसाइट फ्लाइटट्रेडर 24 के मुताबिक, धुंध (स्मॉग) के चलते दिल्ली एयरपोर्ट पर 300 से ज्यादा फ्लाइट्स में देरी हुई। फ्लाइट अराइवल में 17 मिनट, वहीं डिपार्टर में 54 मिनट की देरी हुई। भारी कोहरे की वजह से बुधवार को आईजीआई एयरपोर्ट पर 10 फ्लाइट डायवर्ट की गई थीं।