मुंबई, 21 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। जयपुर में एलपीजी टैंकर ब्लास्ट के हादसे में मरने वालों की संख्या अब 14 हो गई है। बीते दिन जयपुर के अजमेर रोड पर हुए एक्सीडेंट में 5 लोग मौके पर ही जिंदा जल गए थे। वहीं, 8 लोगों ने सवाई मानसिंह हॉस्पिटल में इलाज के दौरान दम तोड़ा। एक मौत जयपुरिया हॉस्पिटल में हुई है। दिल्ली पब्लिक स्कूल के पास हुए एक्सीडेंट में झुलसे 27 लोग अब भी हॉस्पिटल में एडमिट हैं। इनमें 7 वेंटिलेटर पर हैं। इस हादसे में 25 लोग 75 फीसदी तक झुलसे हैं। सवाई मानसिंह हॉस्पिटल पहुंचे 5 शवों की अब तक पहचान नहीं हो सकी है। परिजनों ने शव की पहचान के लिए अपना डीएनए सैंपल दिया है, जिसे डॉक्टर ने फॉरेंसिक लैब भिजवाया है। दरअसल, शुक्रवार सुबह भारत पेट्रोलियम का टैंकर अजमेर से जयपुर की तरफ आ रहा था। करीब 5.44 मिनट पर दिल्ली पब्लिक स्कूल के सामने टैंकर ने यू-टर्न लिया। इस दौरान जयपुर से अजमेर जा रहा ट्रक उससे भिड़ गया।
वहीं, गेल इंडिया लिमिटेड के DGM (फायर एंड सेफ्टी) सुशांत कुमार सिंह ने बताया कि टक्कर से टैंकर के 5 नोजल टूट गए और 18 टन (180 क्विंटल) गैस लीक हो गई। इससे इतना जोरदार धमाका हुआ कि पूरा इलाका आग के गोले में तब्दील हो गया। जहां टैंकर में ब्लास्ट हुआ उसे करीब 200 मीटर दूर एलपीजी से भरा एक और टैंकर था। गनीमत रही कि उसने आग नहीं पकड़ी। आपको बता दें, टैंकर ब्लास्ट में 5 लोग मौके पर ही जिंदा जल गए। जबकि 9 झुलसे लोगों की सवाई मानसिंह हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मौत हो गई। हॉस्पिटल की बर्न यूनिट में अब भी 31 लोग एडमिट हैं। इनमें करीब 20 लोग 80 फीसदी तक झुलसे हैं। हॉस्पिटल लाए गए कुछ शवों की पहचान अब तक नहीं हो सकी है। एक शव का तो केवल धड़ ही लाया गया था। वहीं, एक शव पोटली में हॉस्पिटल पहुंचा था। हादसे से प्रभावित परिवारों को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री सहायता कोष से कुल 7 लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा की गई है।