डीएमके सांसद सेंथिल ने अपने बयान से देश को उत्तर और दक्षिण में बांटने की कोशिश की है. उन्होंने हिंदी भाषी राज्यों को गौमूत्र कह कर संबोधित किया है. इसके बाद सभी राजनीतिक दलों ने उनके बयान की निंदा की है. इंडिया अलायंस ने उनके बयान से खुद को अलग कर लिया है, वहीं भारतीय जनता पार्टी पलटवार कर रही है. कांग्रेस ने इस बयान की आलोचना की है. भारतीय जनता पार्टी ने देश के तीन राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में बंपर जीत हासिल की है। इस जीत के बाद विपक्षी नेताओं की प्रतिक्रियाएं भी सामने आ रही हैं. इस संबंध में कुछ ने अपनी हार स्वीकार कर ली है तो कुछ ने अपनी पार्टी की मेहनत की सराहना की है. इस बीच डीएमके सांसद सेंथिल कुमार ने मंगलवार को संसद में बड़ा बयान देकर राजनीति में हलचल मचा दी है. आइए जानते हैं कौन हैं सेंथिल कुमार और क्या है विवादित बयान?
जानिए सेंथिल कुमार ने क्या कहा
सांसद सेंथिल कुमार ने संसद में कहा कि देशवासियों को सोचना चाहिए कि बीजेपी के पास हिंदी भाषी राज्यों, जिन्हें गोमूत्र राज्य भी कहा जाता है, में चुनाव जीतने की ताकत क्यों है. आपने दक्षिणी राज्यों केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु के चुनाव नतीजे देखे होंगे, जहां भारतीय जनता पार्टी को जीत नहीं मिली। इन राज्यों में हमारी पकड़ बहुत मजबूत है और आप यहां पैर भी नहीं रख सकते. हालांकि, उन्होंने शाम को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर माफी मांगी।
कौन हैं डीएमके सांसद सेंथिलकुमार?
लोकसभा चुनाव 2019 में डीएमके ने सेंथिल कुमार को टिकट दिया और वह जीत गए। सेंथिल कुमार लंबे समय से विवादों में हैं और पहले भी विवादित बयान दे चुके हैं। उन्होंने पहले भी गोमूत्र शब्द का इस्तेमाल किया था. उन्होंने एक कार्यक्रम में राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर अपने विचार व्यक्त करते हुए गोमूत्र का इस्तेमाल किया। साथ ही उन्होंने साल 2022 में सरकारी योजनाओं के उद्घाटन या शिलान्यास में हिंदू रीति-रिवाजों पर भी सवाल उठाए. उनका तर्क था कि लोगों का एक धर्म हो सकता है, लेकिन सरकार का कोई धर्म नहीं होता। उन्होंने चीफ इंजीनियर को फटकार लगाते हुए कहा कि आपको किसी भी सरकारी कार्यक्रम में इस तरह के धार्मिक कार्यक्रम यानी हिंदू पूजा की इजाजत नहीं है.