ताजा खबर
Bisalpur Dam : जयपुर को आज मिली सबसे बड़ी खुशखबरी! बीसलपुर बांध में पानी भरने का आज तक का रिकॉर्ड टूट...   ||    अरविंद केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई : अदालत आबकारी नीति मामले में सीबीआई के खिलाफ दिल्ली के मुख...   ||    सीपीएल 2024: तेजतर्रार निकोलस पूरन ने तोड़ा क्रिस गेल का रिकॉर्ड!   ||    Bengal Bandh Today Live News: बीजेपी का 12 घंटे के लिए बंगाल बंद; सरकारी कर्मचारियों को ममता का निर्...   ||    Janmashtami Vrat Katha: वीडियो में देखें भगवान विष्णु ने आधी रात में क्यों लिया कृष्णावतार, जानें जन...   ||    इस महाराजा ने 50,000 रुपए में खरीदी थी विदेशी बीवी, लेकिन शादी में आई ये अड़चन, यहां पढ़े अजब प्रेम ...   ||    Petrol Diesel Price Today: राजस्थान के इस शहर में आज इतना सस्ता हुआ पेट्रोल और डीजल, आपके यहां क्या ...   ||    पूर्व PM इंदिरा गांधी की रिहाई के लिए प्लेन हाईजैक करने वाले भोलानाथ पांडेय का निधन, जानिए अनसुना कि...   ||    कोलकाता रेप-मर्डर केस-11 दिन बाद AIIMS डॉक्टरों की हड़ताल खत्म:CJI ने कहा था काम पर लौट आएं, राज्य सर...   ||    क्या जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए हाथ मिलाएंगे नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस? राहुल गांधी के दौ...   ||   

फिल्म निर्माताओं  और अभिनेताओं को लेखकों का नाम लेकर उन्हें उनका श्रेय देना चाहिए', इशानी बनर्जी

Photo Source :

Posted On:Wednesday, May 29, 2024

सिनेमा के संचालन में लेखकों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती  हैं। एक अच्छी कहानी के बिना कोई भी फिल्म अधूरी  लगती है, और इस कहानी का जन्म लेखकों की खोज, उनकी सोच और उनके लेखन कौशल से होता है। इसलिए, हमें लेखकों को उनके योगदान का सही सम्मान देना चाहिए। लेखकों की महत्वता पर ध्यान केंद्रित करते हुए इशानी बनर्जी जिन्होंने हमें 'अलीगढ़' जैसी फिल्म दी है ने अपना दृष्टिकोण पेश किया। 

इंडस्ट्री में लेखकों की स्थिति और उनकी पहचान पर लेखिका इशानी बनर्जी का नज़रिया निश्चित रूप से विचारणीय है। उन्होंने कहा, "लेखकों को स्क्रीन पर उनका नाम देना एक बात होती है और मीडिया द्वारा मान्यता देना दूसरी बात है।

किसी भी प्रोजेक्ट के लिए लेखन पहला चरण होता है। लेखन के बाद, शो बनता है, पोस्ट प्रोडक्शन में जाता है और अंत में दर्शकों के सामने आता है। जब तक यह बाहर आता है, लोग लेखकों के बारे में भूल जाते हैं। वे लेखक का नाम लेना  या प्रमोशन  के लिए उन्हें बुलाना भी भूल जाते हैं। लेकिन मुझे लगता है कि ओटीटी सेक्टर के आने से यह धीरे-धीरे बदल रहा है। फिर भी, लेखकों को उचित श्रेय देने के लिए बहुत कुछ बदलना होगा। यह धीरे-धीरे बदलेगा। मीडिया को यह बदलाव लाना होगा।

इस बदलाव को लाने में सबको साथ देना होगा। हमें लेखकों के नाम का इस्तेमाल करके उन्हें बुनियादी सम्मान देना होगा। इंटरव्यू  के दौरान, फिल्म निर्माताओं और अभिनेताओं को लेखकों का नाम लेकर उन्हें उनका श्रेय देना चाहिए।  उम्मीद है कि धीरे-धीरे हम वहां पहुंच जाएंगे।'

इशानी बनर्जी स्कूल ऑफ लाइज, अलीगढ़ और डिस्पैच लिखने के लिए जानी जाती हैं।


भोपाल और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. Bhopalvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.